जिले में शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज में फर्जी तरीके से देवा क्लीनिक चलाने के आरोपी संचालक दयाशंकर राव को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ 2014 में तत्कालीन सीएमओ ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी, मेडिकल एक्ट के तहत केस दर्ज कराया था।
तभी से आरोपी फरार चल रहा था। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी पुराने क्लीनिक के पास से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
आरोपी दयाशंकर राव पिपराइच इलाके के वार्ड नंबर 13 बनकटा का स्थायी निवासी है। जानकारी के मुताबिक, शिवपुर सहबाजगंज में देवा क्लीनिक के नाम से संचालन किया जा रहा था। जुलाई 2014 में एडिशनल सीएमओ ने शिकायत के बाद जांच की तो पता चला कि देवा क्लीनिक के बोर्ड पर डॉ. केएम अग्रवाल (एमडी) व डॉ. बीएस बिस्ट का नाम अंकित था, क्लीनिक शिवपुर सहबाजगंज के हीरालाल के मकान में संचालित हो रही थी, जिसे दयाशंकर राव अपने पिता के नाम गलत बताते हुये शौक्षिक योग्यता बीए, एमएस हरिद्वार बताकर चलाया जा रहा था।
जांच के दौरान देवा क्लीनिक का पंजीकरण व दवाओं के भंडारण का लाइसेंस नहीं पाया गया। दयाशंकर राव द्वारा ऐलोपैथ पद्दति से उपचार किया जाना पाया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन सीएमओ ने कथित डॉ. दयाशंकर राव पर अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वा दवा भंडारण के संबंध में अगस्त 2014 में केस दर्ज कराया था। तभी से आरोपी फरार चल रहा था, जिसे मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।