इसके जवाब में पठान कहता है कि नहीं मालूम क्योंकि वह अनाथ है और उसके माता-पिता उसे एक सिनेमा हॉल में छोड़ गए थे.
यह जवाब भले ही फ़िल्मी कहानी जैसी हो लेकिन इसके कुछ गहरे संदेश भी हैं.
दरअसल, बॉलीवुड की फ़िल्मों के लिए बॉक्स ऑफ़िस पर कमाई से बड़ा कोई धर्म नहीं है. भारतीय हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री की गिनती देश के धर्मनिरपेक्ष और रचानात्मक संस्थानों में होती है.
पिछले कुछ सालों में जिस तरह से समाज में बदलाव हुआ है, उसका असर फ़िल्मों पर भी हुआ है. फ़िल्मों का भी ध्रुवीकरण हुआ है.
दूसरे दिन नया रिकॉर्ड बनने की उम्मीद
पठान ने पहले दिन 54 करोड़ का आंकड़ा छुआ है. लेकिन दूसरे दिन 26 जनवरी को हॉलीडे का फायदा पूरी तरह से मिलना तय है. उम्मीद लगाई जा रही है कि 60 करोड़ की कमाई तो होगी. ऐसे में 2 दिन में ही फिल्म के 100 करोड़ कमाने का नया रिकॉर्ड बनेगा.