पिछले पांच वर्षों में जनवरी के पहले सप्ताह में बारिश होती रही है। इस बार आखिरी सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। मौसम विज्ञानी इसे जलवायु परिवर्तन का असर बता रहे हैं।
कानपुर में पिछले पांच वर्ष बाद जनवरी में ऐसा मौसम आया है, जब बारिश और तेज हवा के बावजूद ठंड कम और पारा एकदम से बढ़ गया। इस वर्ष जनवरी में अब तक दो बार अधिकतम तापमान पिछले पांच वर्षों की अपेक्षा सर्र्वाधिक रिकार्ड किया गया है।
सात किमी की रफ्तार से चली हवा
सुबह बादल उसके बाद धूप शाम को फिर बादलों से शहर घिरा रहा। इस बीच हवा सात किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली। इसकी वजह से दिन के पारे में 2.2 डिग्री और रात के तापमान में .4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
अधिकतम पारा 20.8 और न्यूनतम 12.6 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार इसी तरह का मौसम अगले तीन दिनों तक रह सकता है। 30 जनवरी को बूंदाबांदी हो सकती है। यही नहीं, इस तरह का मौसम लोगों के स्वास्थ्य और फसलों के लिए नुकसानदेह है।